Motivational Story of Friends part-5

हेलो दोस्तों मैं आपका दोस्त एक बार फिर आप सब के लिया कहानी का अगला भाग ले कर आया हूँ  जिसमे हम जाने की कैसे सोनू महेश निशा और प्रिया कि कॉलेज लाइफ लव लाइफ में बदली!  

नमस्कार दोस्तों पिछले भाग मे आप सब का बहुत अच्छा साथ मिला उसके लिया आप सब का धन्यवाद् और उम्मीद करता हूँ की आपका साथ और प्यार मिलता रहेगा 
चलो इस कहानी का शुरू करते है, पिछले भाग में अपने देखा की NEW YEAR कि PARTY में कैसे महेश प्रिया को दिल की बात कह देता है और  कैसे निशा ये सब देख कर गुस्से में महेश के बदले सोनू को परपोज़ कर देती है l
अब जानते है 
निशा के परपोज़ करने के बाद सोनू उसे मन कर देता है और निशा अंदर ही अंदर रोह रही होती है उधर महेश के परपोज़ करने के बाद प्रिया गुस्से में उस पार्टी को छोड़ कर घर चली जाती है उसे जाते देख निशा भी उसे पीछे पीछे घर आ जाती है तोहड़ी देर बाद सोनू और महेश भी घर चले जाते है 
NEW YEAR  की पार्टी के बाद सब एक दूसरे बात करना बंद कर देते है और अपनी पढ़ाई में मस्त हो जाते है और दिन रात उदास रहते है एक दिन प्रिया और निशा को क्लास में उदास देख कर निशा की दोस्त मनीषा बोली क्या बात प्रिया तू और निशा बहुत उदास रहते हो और तुम्हारे दोस्त सोनू और महेश भी नहीं देखते आजकल तुम दोनों के साथ ,
में आपको मनीषा के बारे मे बता दू मनीषा एक आमिर परिवार की बिगड़ी और मतलबी लड़की है जो अपनी बात मनवाने के लिया कुस भी कर सकती है और एक बात बता दू मनीषा महेश को पसंद करती है निशा को महेश से कैसे दूर करे इस लिया निशा के साथ दोस्ती का झूठा जाल फैला रखा है 
मनीषा की बात सुन के निशा जवाब देहती है अब हमारा कोई रिस्ता नही है उन्ह से ये कह कर वहा से चली जाती है महेश के लिया प्रिया और निशा के मन में गुस्सा देख कर मनीषा महेश के मन में प्रिया के लिया गलत बाते डालने लग गयी और महेश के दिल में अपनी जगह बनाने लग गयी इस तरह इनका LAST YEAR आ जाता है कॉलेज में फेरवेल पार्टी होती है कॉलेज की तरफ से सब को पार्टी में बुलाते है और पार्टी की थीम COUPLE थीम होती है जिसमे सब को अपने पार्टनर के साथ आना होता है जिसमे मनीषा महेश को अपने साथ आने को  तैयार कर लेती है इधर प्रिया माना कर देती है पार्टी में आने से तो सोनू निशा को अपने साथ लेह आता है प्रिया को घर पर अकेले देख कर सुदेश जी प्रिया से पूछते है बेटी आप पार्टी में नहीं गयी सोनू और निशा के साथ तो प्रिय कहती है अंकल जी मेरा मन नही था तो मे नहीं गयी तो सुदेस जी बोलते है बेटी तुम्हे जाना चाहिए था ये तुम्हारे कॉलेज की आखरी पार्टी है तुम जाना चाहिए ,
ठीक है अंकल जी आप कहते हो तो मैं चली जाती हूँ लकिन मेरे साथ पार्टी में कौन जायेगा अंकल जी तो सुदेश जी कहते है उसकी चिंता तुम मत करो मे उसका भी इंतजाम कर देता हूँ मे तुम्हारे इंग्लिश के टीचर और अपने होनहार मित्र के बेटे दीपक को बुलवा लेता हूँ जो तुम्हारे साथ ही b.sc के लास्ट ईयर का  एक स्टूडेंट है मैं उसे फ़ोन कर के बुला लेता है और kus देर बाद एक कार आती जिसमे दीपक होता है वो अंदर आता है और अंकल को नमस्ते कहता और पूछता है अपने मुझे कॉल कर के बुलाया कोई काम था क्या तो सुदेश  हाँ जी बेटा तुम पार्टी  में किस के साथ जा रहे हो तो दीपक कहता है मे अकेला ही जा रहा हूँ तो सुदेश जी दीपक से कहता है बेटा तुम प्रिया को तो जानते ही हो तुम्हारी क्लास में ही है दीपक हाँ जी अंकल , सुदेश जी के साथ आज कोई नहीं था पार्टी में जाने के लिया मुझे पता चला  तुम अकेले जा रहे हो तो तुम प्रिया को भी अपने साथ ले जाओ ,
दीपक ठीक है अंकल जी जैसे आपको और प्रिया लगे इतने में प्रिया हॉल में आ जाती है प्रिया और दीपक एक दूसरे से मिलते है और पार्टी के लिये साथ में निकल जाते है और कुश देर बाद पार्टी में पोहच जाते है जहा उसे महेश मनीषा निशा और सोनू मिलते है सब एक दूसरे को देख कर मुँह मोड़ लेते है दीपक ये सब देख कर  बहुत दुखी होता है और वो इन सब को दुबारा पुराने दोस्त की तरह मिलवाने को सोचता है उधर पार्टी में सब अपनी में मस्त होते है दीपक महेश के पास जाता है और उसे समझता है काफी देर के बाद महेश समझ जाता है और सब से माफ़ी मांगने को तैयार हो जाता है  महेश सोनू से मिलता है और उसे माफी मांगता है सोनू भी महेश को माफ कर देता है फिर सोनू और महेश प्रिया और निशा से भी  माफ़ी मांगने लेते है और सब फिर से  पुराने दोस्त की तरह बन जाते है और सब पार्टी को खुब एन्जॉय  करते है और अपने अपने घरआ जाते है और  कुस दिनों बाद सब अपने एग्जाम देते है और कुस दिनों बाद  एग्जाम के का रिजल्ट आ जाता है 
अब कहानी के अगले भाग में जाने की एग्जाम का क्या रिजल्ट आया और प्रिया पास हुई या नहीं  

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