हैलो दोस्तों मैं दुबारा आप लोगो के सामने हाज़िर हु कहानी का दूसरा भाग लेह कर कहानी शुरु करने से पहले मेरी आप से एक छोटी से विनती अगर आप चाहते हो मैंने ऐसे ही आपके लिया कहानी और मोटिवटीनल सन्देश लिखता राहु तो मेरे गूगल पेज को subscribe, follow ,और Comment जरूर करे और मेरे facebook पेज को भी like करे ! धन्यावाद
चलो अभ कहानी का दूसरा भाग शुरू करते है
प्रिया ये सोच रही थी की अगर वो सेठ जी से महेश की शिकायत करने पर कही वो नाराज न हो जाये , और उसकी पढ़ाई न रुकवा दे,
प्रिया दिन रात ये ही सोचती रहती थी की वो सेठ जी को महेश के बारे में कैसे बातये उधर महेश अपनी पढ़ाई छोड़ कर दिन रात प्रिया के बारे में सोचता रहता था!
प्रिया महेश की दिल की बात समझती थी पर वो डॉक्टर बनना चाहती थी और साथ में ये भी चाहती की महेश अच्छे से पढ़ लिख जाये और एक बड़ा आदमी बन जाये!
ये सोचते सोचते महेश और प्रिया 12 क्लास में आह गए , लकिन महेश का प्यार प्रिया के लिया कम नहीं हुआ बल्कि दिन बा दिन बढ़ता चालत गया !
अब प्रिया ने सोच लिया था की वो सेठ जी से महेश के बारे में बात करेगी लकिन वो डरती थी, इसलिए प्रिया ने अपनी माँ से महेश के बारे में बात की और बताया की महेश उससे प्यार करता है, और शादी करना चाहता है लकिन मैं डॉक्टर बनना चाहती हूँ , तो प्रिया की माँ प्रिया से बोली बेटी हम बहुत गरीब है, तेरी डॉक्टरी की पढ़ाई के लिया पैसे कहा से लायेंगे, तुझे तो पता ही है तेरा पापा सेठ जी के यहाँ पे काम कर के जो कमाते है उससे तो हमारा दो वकत का भी गुजरा बहुत मुश्किल से चलता है वो तो भला हो सेठ जी का जो तु 12 कक्षा तक पढ़ पाई ! अभ बस बहुत हुई पढ़ाई वडाई अब तू मेरे साथ घर के काम हाथ बता ताकि कल को जब तू अपने ससुराल जाये तो अपनी सास, ससुर और अपने पति को अच्छा अच्छा खाना बना के खिला सको ! ये बात सुन कर प्रिया बहुत उदास हो जाहती है और अपने कमरे में जा कर रोहने लगती है!
और ये ही सोचती रहती है क्या मैं कभी डॉक्टर बन पाऊगी या नही!
क्या प्रिया डॉक्टर बन पायेगी या नहीं ये जानने के लिया अगले भाग का इंतजार कीजिये और मिलते है अगले भाग में मुझे इजाजत दीजिये !
नमस्कार
चलो अभ कहानी का दूसरा भाग शुरू करते है
प्रिया दिन रात ये ही सोचती रहती थी की वो सेठ जी को महेश के बारे में कैसे बातये उधर महेश अपनी पढ़ाई छोड़ कर दिन रात प्रिया के बारे में सोचता रहता था!
प्रिया महेश की दिल की बात समझती थी पर वो डॉक्टर बनना चाहती थी और साथ में ये भी चाहती की महेश अच्छे से पढ़ लिख जाये और एक बड़ा आदमी बन जाये!
ये सोचते सोचते महेश और प्रिया 12 क्लास में आह गए , लकिन महेश का प्यार प्रिया के लिया कम नहीं हुआ बल्कि दिन बा दिन बढ़ता चालत गया !
अब प्रिया ने सोच लिया था की वो सेठ जी से महेश के बारे में बात करेगी लकिन वो डरती थी, इसलिए प्रिया ने अपनी माँ से महेश के बारे में बात की और बताया की महेश उससे प्यार करता है, और शादी करना चाहता है लकिन मैं डॉक्टर बनना चाहती हूँ , तो प्रिया की माँ प्रिया से बोली बेटी हम बहुत गरीब है, तेरी डॉक्टरी की पढ़ाई के लिया पैसे कहा से लायेंगे, तुझे तो पता ही है तेरा पापा सेठ जी के यहाँ पे काम कर के जो कमाते है उससे तो हमारा दो वकत का भी गुजरा बहुत मुश्किल से चलता है वो तो भला हो सेठ जी का जो तु 12 कक्षा तक पढ़ पाई ! अभ बस बहुत हुई पढ़ाई वडाई अब तू मेरे साथ घर के काम हाथ बता ताकि कल को जब तू अपने ससुराल जाये तो अपनी सास, ससुर और अपने पति को अच्छा अच्छा खाना बना के खिला सको ! ये बात सुन कर प्रिया बहुत उदास हो जाहती है और अपने कमरे में जा कर रोहने लगती है!
और ये ही सोचती रहती है क्या मैं कभी डॉक्टर बन पाऊगी या नही!
क्या प्रिया डॉक्टर बन पायेगी या नहीं ये जानने के लिया अगले भाग का इंतजार कीजिये और मिलते है अगले भाग में मुझे इजाजत दीजिये !
नमस्कार
Part 2 is good
ReplyDeleteNow wait for part 3
Is kahani ko padh kr bahut achha lga.. Dhanyawad
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